वैज्ञानिक वर्गीकरणजगत:जंतु
संघ:रज्जुकी
वर्ग:स्तनपायी
गण:लॅगोमॉर्फ़ा
कुल:लॅपोरिडी
खरगोश, लेपोरिडी परिवार का एक छोटा स्तनपायी है, जो विश्व के अनेक स्थानों में पाया जाता है। विश्व में खरगोश की आठ प्रजातियाँ पायी जाती हैं। खरगोश जंगलों, i के मैदानों, मरुस्थलों तथा पानी वाले इलाकों में समूह में रहते हैं। अंगोरा ऊन खरगोश से प्राप्त होता है।
ख़रगोश अपने दिमाग़ में हर जगह का नक़्शा बनाता है और उसको कोई चीज़ इधर से उधर होना पसंद नहीं होता है।
1.खरगोश तथा खरहा में अन्तर=
खरगोश ज़मीन के नीचे बिलों में रहते हैं जबकि खरहे ज़मीन पर घास का घोंसला बनाते हैं। खरगोश के बच्चों की जन्म के समय आँखें नहीं खुली होती हैं तथा शरीर पर बाल नहीं होते हैं, जबकि खरहे के बच्चे जन्म से ही देख सकते हैं और उनके शरीर में प्रायः बाल भी होते हैं। खरहे प्राय़ः खरगोश से आकार में बड़े होते हैं, उनके कान भी बड़े होते हैं तथा उनके खाल में काले निशान होते हैं। खरहे अमूमन झुण्ड में रहना पसन्द नहीं करते हैं। खरहे को पालतू नहीं बनाया जा सका है जबकि खरगोश लोगों के घरों में पालतू जानवर के रूप में पाये जा सकते हैं।
2.विकास=
खरगोश को उत्परिवर्ती एलियंस से विकसित है +२,००,००,००० साल पहले, जब शनि ग्रह से लोगों को हमारे ग्रह पर आक्रमण किया है और कई स्तनधारियों की चोट लगी है। इस समय के दौरान, बच्चे प्रागैतिहासिक घोड़ों की मृत्यु हो गई और कुछ उत्परिवर्तित, विदेशी की तरह एक मूर्खतापूर्ण घोड़े (cerritulus Equus) बुलाया रूप बन गया है, तो अपने बच्चों को सभी के लिए खरगोश 3,500,000 के बारे में साल पहले शुरू किया गया।
ख़रगोश के बच्चें बहुत सारे और बहुत होशियार होते हैं।
संघ:रज्जुकी
वर्ग:स्तनपायी
गण:लॅगोमॉर्फ़ा
कुल:लॅपोरिडी
खरगोश, लेपोरिडी परिवार का एक छोटा स्तनपायी है, जो विश्व के अनेक स्थानों में पाया जाता है। विश्व में खरगोश की आठ प्रजातियाँ पायी जाती हैं। खरगोश जंगलों, i के मैदानों, मरुस्थलों तथा पानी वाले इलाकों में समूह में रहते हैं। अंगोरा ऊन खरगोश से प्राप्त होता है।
ख़रगोश अपने दिमाग़ में हर जगह का नक़्शा बनाता है और उसको कोई चीज़ इधर से उधर होना पसंद नहीं होता है।
1.खरगोश तथा खरहा में अन्तर=
खरगोश ज़मीन के नीचे बिलों में रहते हैं जबकि खरहे ज़मीन पर घास का घोंसला बनाते हैं। खरगोश के बच्चों की जन्म के समय आँखें नहीं खुली होती हैं तथा शरीर पर बाल नहीं होते हैं, जबकि खरहे के बच्चे जन्म से ही देख सकते हैं और उनके शरीर में प्रायः बाल भी होते हैं। खरहे प्राय़ः खरगोश से आकार में बड़े होते हैं, उनके कान भी बड़े होते हैं तथा उनके खाल में काले निशान होते हैं। खरहे अमूमन झुण्ड में रहना पसन्द नहीं करते हैं। खरहे को पालतू नहीं बनाया जा सका है जबकि खरगोश लोगों के घरों में पालतू जानवर के रूप में पाये जा सकते हैं।
2.विकास=
खरगोश को उत्परिवर्ती एलियंस से विकसित है +२,००,००,००० साल पहले, जब शनि ग्रह से लोगों को हमारे ग्रह पर आक्रमण किया है और कई स्तनधारियों की चोट लगी है। इस समय के दौरान, बच्चे प्रागैतिहासिक घोड़ों की मृत्यु हो गई और कुछ उत्परिवर्तित, विदेशी की तरह एक मूर्खतापूर्ण घोड़े (cerritulus Equus) बुलाया रूप बन गया है, तो अपने बच्चों को सभी के लिए खरगोश 3,500,000 के बारे में साल पहले शुरू किया गया।
ख़रगोश के बच्चें बहुत सारे और बहुत होशियार होते हैं।
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